THE BASIC PRINCIPLES OF SHIV CHAISA

The Basic Principles Of Shiv chaisa

The Basic Principles Of Shiv chaisa

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. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं

कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी

Lord, when the ocean was churned and the lethal poison emerged, out of your respective deep compassion for all, You drank the poison and saved the planet from destruction. Your throat became blue, As a result You will be known as Nilakantha.

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

भए प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥ जय जय जय अनन्त अविनाशी ।

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जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥

This web site is made up of word-by-phrase Shiv Chalisa lyrics in Hindi and English. Indicating of each line coupled with benefits of reciting Shiv Chalisa. Shiv chalisa praises the Lord and asks for his assist in taking away all the issues through the devotees everyday living. It can be recommended which you concentration your head on Lord Shiva or his image and say this prayer regularly.

कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥

संकट से मोहि आन उबारो ॥ मात-पिता भ्राता सब होई ।

अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥

कार्तिक श्याम और Shiv chaisa गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

शिव पंचाक्षर स्तोत्र

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